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भानुप्रतापपुर/ खिलेश्वर नेताम:- ग्रामीण अंचलों में हर घर शुद्ध पेय जल की व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन की योजना चलाई जा रही है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के हर घरों तक शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराई जा सके पर गर्मी के आते ही यहां जल जीवन मिशन इतनी लाचार हो गई है की अब यह योजना ही खुद पानी मांग रही है । दरअसल हम बात कर रहे हैं कांकेर जिले की भानुप्रतापपुर और दुर्गुकोंदल ब्लॉक की जहां ग्रामीणों को अभी तक केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की लाभ नहीं मिल पा रही है । अब लोगों की स्थिति ऐसे है की पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं भानुप्रतापपुर विधानसभा में अभी भी कई ऐसे कई गांव हैं जहां पर लोगों की घरों में पानी नहीं पहुंच पा रही है इसका कारण पीएचई विभाग और ठेकेदार की लापरवाही है । कहीं 2 वर्षो से पानी टंकी के निर्माण कराई जा रही है तो कहीं पाइप तो बिछाई गई है पर टेस्टिंग के नाम पर अभी तक लेट लतीफी की जा रही है । जब पीएचई विभाग के एस डी ओ व्हाय. के. गुरु और इंजीनियर बी.एन.भोयर से पानी की समस्या पर बात की गई तो इन जिम्मेदार अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देते रहे जब पानी की समस्या पर सवाल की गई तो ऑन कैमरा कोई जवाब नहीं दिया गया । इसे समझा जा सकता है कि ठेकेदार और अधिकारियों की सांठ गांठ किस हद तक है की अधिकारी अपने चाहते ठेकेदारों को बचाना चाहते हैं जिसका असर आम ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटक रहे है और अधिकारी मोटी कमीशन लेकर गर्मी में एसी की मजा ले रहे है । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बड़े-बड़े मंचों से कहते रह गए कि जो अधिकारी सरकार की योजनाओं की क्रियान्वयन में लापरवाही बरतेगे उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी पर यह सिर्फ एक भाषण बनकर रह गई है भाजपा की सरकार में अधिकारी इतनी बेलगाम है जनता की समस्या से इन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता है जब पी एच ई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को समस्याए बताई जाती है और सवाल पूछा जाता है तो वह अपनी जिम्मेदारियां से पल्ला झाड़ने में लगे है गर्मी में एक तरफ लोग पानी की समस्याओं से जूझ रहे है और दूसरे तरफ पीएचई विभाग एसी कमरे में बैठकर सिर्फ छूठे आश्वासन देने में लगे है । पी एच ई विभाग के इन अधिकारियों की इतनी जबरदस्त पहुंच है कि इन्हीं मीडिया की सवालों और खबरों से रद्दी भर भी फर्क नहीं पड़ती है सवाल उठता है कि इसके पीछे कौन से नेता और मंत्री की हाथ है जो करोड़ों की जल जीवन मिशन को मटिया मेट करने में लगे हुए हैं ।

गर्मी में ग्रामीणों का सुख रहा गला “साहब” ने जानकारी देने से किया है मना, PHE विभाग भानुप्रतापपुर..!

भानुप्रतापपुर/ खिलेश्वर नेताम:- ग्रामीण अंचलों में हर घर शुद्ध पेय जल की व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन की योजना चलाई जा रही है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के हर घरों तक शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराई जा सके पर गर्मी के आते ही यहां जल जीवन मिशन इतनी लाचार हो गई है की अब यह योजना ही खुद पानी मांग रही है ।

 

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 दरअसल हम बात कर रहे हैं कांकेर जिले की भानुप्रतापपुर और दुर्गुकोंदल ब्लॉक की जहां ग्रामीणों को अभी तक केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की लाभ नहीं मिल पा रही है । अब लोगों की स्थिति ऐसे है की पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं भानुप्रतापपुर विधानसभा में अभी भी कई ऐसे कई गांव हैं जहां पर लोगों की घरों में पानी नहीं पहुंच पा रही है इसका कारण पीएचई विभाग और ठेकेदार की लापरवाही है । कहीं 2 वर्षो से पानी टंकी के निर्माण कराई जा रही है तो कहीं पाइप तो बिछाई गई है पर टेस्टिंग के नाम पर अभी तक लेट लतीफी की जा रही है । 

 

जब पीएचई विभाग के एस डी ओ व्हाय. के. गुरु और इंजीनियर बी.एन.भोयर से पानी की समस्या पर बात की गई तो इन जिम्मेदार अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देते रहे जब पानी की समस्या पर सवाल की गई तो ऑन कैमरा कोई जवाब नहीं दिया गया । इसे समझा जा सकता है कि ठेकेदार और अधिकारियों की सांठ गांठ किस हद तक है की अधिकारी अपने चाहते ठेकेदारों को बचाना चाहते हैं जिसका असर आम ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटक रहे है और अधिकारी मोटी कमीशन लेकर गर्मी में एसी की मजा ले रहे है । 

 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बड़े-बड़े मंचों से कहते रह गए कि जो अधिकारी सरकार की योजनाओं की क्रियान्वयन में लापरवाही बरतेगे उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी पर यह सिर्फ एक भाषण बनकर रह गई है भाजपा की सरकार में अधिकारी इतनी बेलगाम है जनता की समस्या से इन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता है जब पी एच ई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को समस्याए बताई जाती है और सवाल पूछा जाता है तो वह अपनी जिम्मेदारियां से पल्ला झाड़ने में लगे है गर्मी में एक तरफ लोग पानी की समस्याओं से जूझ रहे है और दूसरे तरफ पीएचई विभाग एसी कमरे में बैठकर सिर्फ छूठे आश्वासन देने में लगे है । पी एच ई विभाग के इन अधिकारियों की इतनी जबरदस्त पहुंच है कि इन्हीं मीडिया की सवालों और खबरों से रद्दी भर भी फर्क नहीं पड़ती है सवाल उठता है कि इसके पीछे कौन से नेता और मंत्री की हाथ है जो करोड़ों की जल जीवन मिशन को मटिया मेट करने में लगे हुए हैं ।

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About Khileshwar Netam

मैं खिलेश्नेवर नेताम, Talk India Digital का मुख्य संपादक हूं। पत्रकारिता मेरे लिए सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी और सेवा का माध्यम है। वर्षों से मैं निष्पक्ष, सत्य और जनहितकारी पत्रकारिता के सिद्धांतों पर काम करता आ रहा हूं।

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