कांकेर/ खिलेश्वर नेताम :- महामहिम अहिल्याबाई होल्कर ने महिला सशक्तीकरण और औद्योगीकरण के लिए कई कदम उठाए,सरपंच विनोद रावटे ने उनकी दूरदर्शिता और न्यायप्रियता की सराहना करते हुए कहा कि संगोष्ठीमहारानी अहिल्याबाई होल्कर महिला सशक्तीकरण के लिए बड़े कदम उठाए ,औद्योगीकरण किया। महिलाओं के लिए महेश्वरी साड़ी समेत कई उद्योग स्थापित कराए। महिलाओं की शिक्षा के लिए केंद्रों की स्थापना कराई। अहिल्याबाई होल्कर को दूरदर्शिता और न्यायप्रियता के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने मंदिरों के पुर्नस्थापना में बड़ा योगदान दिया। महिलाओं की बटालियन तैयार कर अहिल्याबाई ने दुश्मन को चुनौती दी। सामान्य परिवार में पैदा हुई अहिल्याबाई ने जीवन की हर चुनौती को स्वीकार किया।सेवानिवृत शिक्षक नारायण सिंह जैन ने जीवन परिचय के बारे में बताये कि उनका विवाह इंदौर राज्य के संस्थापक महाराजा मल्हार राव होलकर के पुत्र खंडेराव से हुआ था। पति के सामने ही पुत्र खंडेराव का निधन हो गया था। पति मल्हार राव के निधन के बाद रानी अहिल्याबाई ने राज्य का शासन-भार संभाला।ससुर मल्हार राव से मिले संस्कारों और मार्गदर्शन का प्रभाव रानी अहिल्याबाई के जीवन पर रहा। एक कुशल शासक के रूप में स्थापित हुईं। अहिल्याबाई को लोकमाता की उपाधि दी है। अहिल्याबाई ने अपने शासनकाल में कई कानूनों को समाप्त किया इस मौके पर जितेन्द्र साहू उपसरपंच,संजय जैन अध्यक्ष ग्रा.वि.समिति,शिवप्रसाद यदु, गौतम गांवर,गजानंद साहू, पंचगण दयाराम सलाम,पूरन साहू,कुंवारलाल उइके,धनेश्वरी रावटे,सुमित्रा नुरेटी,कुमारी भंडारी,संतोषी हिचामी,तनु हिचामी,रामकुमारी भुआर्य, इंद्रवती कावड़े,सचिव मुन्ना लाल यदु,रोजगार सहायक हेमंत भुआर्य,महादेव यदु,किशन जैन, दाऊलाल चुवार्य,एवं आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

ग्राम पंचायत तालाकुर्रा में मनाई गई अहिल्या बाई होल्कर कि जयंती ।
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