कांकेर/खिलेश्वर नेताम:- छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा ने आज जिला कार्यालय के सभा कक्ष में जिले के मछुआरा वर्ग, सहकारी समितियों एवं मत्स्य पालकों के साथ बैठक ली और उनके कल्याण के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में उन्होंने जिले के सभी मछुआ सहकारी समितियों की मांगें और समस्याएं सुनी और उनके निराकरण का आश्वासन दिया।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज आयोजित बैठक में श्री मटियारा ने कहा कि वे लगातार बस्तर संभाग के जिलों का दौरा कर मछुआरा वर्ग की समस्याओं से अवगत हुए। राज्य सरकार द्वारा बोर्ड के माध्यम से उनके कल्याण के लिए सतत् प्रयास किये जा रहे हैं और मत्स्य नीति को स्थानीय मत्स्य पालकों के हितों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक संशोधन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांकेर जिले को मत्स्य उत्पादन में अग्रणी बनाने के लिए हेचरी का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मत्स्य पालकों को मछली बेचने हेतु सुव्यस्थित विक्रय केंद्र की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लिए नेतृत्व में मत्स्य संपदा योजना और केसीसी योजना से मत्स्य पालकों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा है कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने सभी मत्स्य पालकों से अपील करते हुए कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
बैठक में मौजूद पूर्व सांसद श्री मोहन मंडावी ने कहा कि आज के समय में धान की खेती के अलावा हर किसान को एक तालाब बनाकर मछली उत्पादन अवश्य करना चाहिए, इससे अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं।
नगर पालिका परिषद कांकेर के अध्यक्ष श्री अरुण कौशिक ने कहा कि बस्तर क्षेत्र की जलवायु मछली पालन के अनुकूल है। शासन द्वारा भी मत्स्य उत्पादन को आगे बढ़ाने के आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे मत्स्य पालक अच्छी आय प्राप्त कर सकें। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती तारा ठाकुर और नागरिक श्री महेश जैन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा कावड़े, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री उत्तम यादव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
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